Waseem Rizvi इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म अपनाएंगे। वाशिम रिजवी गाजियाबाद उतर प्रदेश में होगा कार्यक्रम।
इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म अपना चुके है। वाशिम रिजवी गाजियाबाद उतर प्रदेश में कार्यक्रम हुआ।
शिया वकफ बोर्ड के पूर्व Chairman Waseem Rizvi.
अक्सर अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में रहने वाले पूर्व शिया वक्फ बोर्ड के चैयरमेन वसीम रिजवी (Waseem Rizvi) को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. दावा किया जा रहा है कि वो इस्लाम धर्म को छोड़कर सनातन धर्म अपना रहे हैं. जानकारी के मुताबिक वसीम रिजवी (Waseem Rizvi) डासना देवी मंदिर शिव शक्ति धाम डासना गाजियाबाद में सनातन धर्म कुबूल करेंगे. वसीम रिजवी यहां पर महंत यति नरसिंहानंद गिरि जी महाराज के माध्यम से सनातन धर्म धार्मिक रीति रिवाज से सुबह 10:30 पर स्वीकार करेंगे.
Waseem Rizvi books, kuran ki 26 aayte ko di thi chunauti. कुरआन की 26 आयतों को दी थी चुनौती.
बता दें कि वसीम रिजवी अक्सर इस्लाम मुखालिफ बयानों को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं. उन्होंने हाल ही में मुसलमानों की सबसे मुकद्दस किताब 'कुरआन' की 26 आयतों को लेकर दावा किया था कि ये आयतें बाद में कुरआत में जोड़ी गई हैं और ये आयतें समाज में सही पैगाम नहीं देती हैं. इन आयतों को कुरआन पाक से हटाने के लिए वसीम रिजवी (Waseem Rizvi) ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था. जहां उन्हें अदालत के सख्त रुख का सामना करना पड़ा और उनपर जुर्माना भी लगाया गया था.
Waseem Rizvi ne kaha mera antim sanskar hindu riti rivaj se ho. हिंदू रीति-रिवाज के साथ की जाए मेरा अंतिम संस्कार.
इसके अलावा वसीम रिजवी (Waseem Rizvi) ने कुछ दिल पहले खुद को लेकर एक वसीयत भी जारी की थी. उन्होंने कहा था कि मरने के बाद मुझे दफ्नाया नहीं जाना चाहिए. बल्कि हिंदू रीति-रिवाज के साथ मेरी आखिरी रसूमात अंजाम दी जानी चाहिए. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा था कि यति नरसिंहानंद गिरि जी महाराज उनकी चिता अग्नि देंगे.
Waseem Rizvi books, से परिवार वालो ने तोड़ लिया है नाता।
जिस समय वसीम रिजवी ने कुरआन की 26 आयतों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी उस वक्त हिंदुस्तान के हर मुसलमान की आवाज उनके खिलाफ थी. यहां तक कि उनके परिवार के लोग भी उनके साथ नहीं थे. वसीम रिजवी के छोटे भाई जहीर रिजवी ने खुद सोशल मीडिया पर आकर एक बयान जारी किया था. जिसमें उन्होंने वसीम रिजवी को लेकर बड़ी बातें कही थीं.
Waseem Rizvi से छोटे भाई, बहन और मां के साथ नहीं कोई संबंध।
वसीम रिजवी के भाई ने कहा था कि वसीम रिजवी (Waseem Rizvi) पागल हो गए हैं और अब हमारा उनसे कोई संबंध नहीं है. इतना ही नहीं उन्होंने आगे यह भी कहा कि ना मेरा, ना मेरी बहन का और ना ही मेरी मां का उनसे कोई रिश्ता है. 3 साल पहले ही मेरे उनके रिश्ते खत्म हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि कोई भी मोहल्ले का शख्स यह साबित नहीं कर सकता कि वसीम रिज़वी का मेरे घर पर आना-जाना है या मेरा उनसे कोई ताल्लुक है.
Waseem Rizvi Books,
वसीम रिजवी के भाई ने कहा था कि वसीम रिजवी (Waseem Rizvi) पागल हो गए हैं और अब हमारा उनसे कोई संबंध नहीं है. इतना ही नहीं उन्होंने आगे यह भी कहा कि ना मेरा, ना मेरी बहन का और ना ही मेरी मां का उनसे कोई रिश्ता है.
Waseem Rizvi,
शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने हिंदू धर्म अपना लिया। उनका नाम अब जितेंद्र नारायाण सिंह त्यागी होगा। वसीम ने गाजियाबाद के डासना मंदिर में सनातन धर्म अपनाया। मंदिर के पुजारी यति नरसिंहानंद सरस्वती ने ऐलान किया धर्म परिवर्तन के बाद वसीम रिजवी की जाति और गोत्र को लेकर कोई सवाल न खड़ा हो इसलिए वह उन्हें अपना भाई बना रहे हैं और उनका गोत्र वत्स होगा।
वसीम रिजवी ने स्वीकार किया सनातन धर्म, बोले- इस्लाम कोई धर्म नहीं, यह आतंकी गुट है। वसीम रिजवी ने कहा कि इस्लाम कोई धर्म नहीं है. उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में जो इंसानियत पाई जाती है हम यह समझते हैं कि किसी और दूसरे धर्म में नहीं है. रिजवी ने कहा कि इस्लाम को हम धर्म समझते ही नहीं हैं.
Waseem Rizvi,
वसीम रिजवी के धर्म परिवर्तन से संबंधित सारे अनुष्ठान करवाने के बाद नरसिंहानंद सरस्वती ने पत्रकारों से बात की। उन्होंने कहा कि जो भी मुसलमान धर्म परिवर्तन करते हैं तो मुस्लिम मौलाना उन्हें कंफ्यूज करते हैं।
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नरसिंहानंद ने कहा कि मौलाना धर्म परिवर्तन करने वालों के लिए कहते हैं कि किस जाति में जा रहे हैं। कहते थे हिंदू धर्म जातियों में बंटा है आप किस जाति में जाएंगे? इसलिए मैंने इस समस्या का समाधान करने के लिए उन्होंने वसीम को अपना भाई बनाया है।
Waseem Rizvi Dashana mandir.
डासना मंदिर के महंत ने कहा कि उन्होंने वसीम रिजवी का धर्म परिवर्तन करवाने से पहले त्यागी समाज के प्रतिष्ठित लोगों को बुलाया। उनसे बातचीत करके ही वसीम को त्यागी समाज में शामिल कराया।
पिता के दो पुत्र कहलाएंगे Waseem Rizvi,
डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि उनके पिता के 2 पुत्र थे उनमें से एक ने सन्यास ले लिया (स्वयं)। लेकिन अब उनके पिता के फिर से 2 पुत्र कहलाएंगे। एक उनका भाई और दूसरा जितेंद्र नारायाण सिंह त्यागी। आज से वसीम रिजवी के बजाएं जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी के नाम से जाने जाएंगे। वह उनके परिवार का हिस्सा बन गए हैं। महंत ने कहा कि जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उनके भाई हैं और उनका गोत्र वत्स है।
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