आप आटा खा रहे की जहर? खाना या धीमा जहर। सावधान हो जाएं।
आप एक प्रयोग करें गेहूं का आटा पिसवा कर उसे एक दो महीने Store करने का प्रयास करें, आटे में brown colour के छोटे-छोटे कीड़े पड़ जाएंगे और कीड़े पड़ जाना स्वाभाविक हैं। ये कीड़े बगैर कैमिकल वाले आटे में पड़ ही जाते है। और आपको लगता है कि आटा खराब हो गया है।
अब समझना यह है कि ये बड़े बड़े ब्रांड वाली कंपनियां कैसे आटा स्टोर कर पा रही हैं, यह सोचने और जानने वाली बात है !
एक केमिकल है, जिसका नाम है बेंजोइल पराऑक्साइड (Benzoyl peroxide) ! जिसे floor improver भी कहा जाता है !
इसकी permissible limit 4 मिलीग्राम है !
किन्तु आटा बनाने वाली अधिकतर फर्में 400 मिलीग्राम तक ठोक देती हैं !
कारण क्या है ?
ताकि आटा में छोटे छोटे कीड़े न पड़े और खराब होने से लम्बे समय तक बचा रहे, चाहे उपभोक्ता की किडनी ओर लीवर का बैंड ही बज जाए !
पहले से व्यवस्था ऐसी बनी हुई है, खून चेक कराने की लैबोरेटरी आपको गली के कोने से लेकर शहर में सौ मिल जाएंगी !
किन्तु आटा, दूध चेक करवाने के लिए घर के आस पास एक भी नहीं मिलेगी !
इस वर्ष कोशिश कीजिये स्वयं ही, सीधे किसान से गेहूं खरीदकर अपना आटा पिसवाकर खाएं !
आपका यह वर्ष रोगमुक्त हो, मंगलमय हो।
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