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किसान आंदोलन मोदी आज ये साफ हो गया कि ये कोई #किसानआंदोलन नहीं था..."था (०३)

 *🔥किसान आंदोलन मोदी 🌸

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Modi-virodhi-aandolan-२०२१

✊...आज ये साफ हो गया कि ये कोई #किसानआंदोलन नहीं था..."था" इसलिए लिखा क्योंकि मेरे हिसाब से आज इस आंदोलन का समापन समारोह हो गया...उनको जो करना था उन्होंने कर दिया...अब आगे जो करना है...वो सरकार करेगी...

🔥...जब ये आंदोलन शुरू हुआ था...तब ये सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस समर्थित पंजाब के आढतियों का आंदोलन था...फिर इसमें खालिस्तानी घुसे...फिर वामपंथी "लाल सलाम" वाले घुसे...फिर ISI की एंट्री हुई...जो थोड़े बहुत किसान थे...वो #MSP पर सरकार की गारंटी के बाद वापस लौट गए...ये सिर्फ देशविरोधी ताकतों का जमावड़ा रह गया...ये तमाम बातें मीडिया पहले दिन से बताता आ रहा है...


🤷🏻‍♂️...आप जरा इस आंदोलन को देखिए...कहने को ये "किसान आंदोलन" था...जिसमे रोज सुबह काजू-बादाम-किशमिश...दूध-जलेबी-पकौड़े का नाश्ता होता था...दोपहर में पनीर-नान-साग मस्त खाना होता था...रात को दारू-मुर्गा-बिरयानी का डिनर होता था...हर तरह की सुविधा मौजूद थी...मसाज पार्लर...wifi...5 star बेडरूम की व्यवस्था...DJ का भी इंतजाम था...उसके बाद लाखों ट्रैक्टर आए...उन लाखों ट्रैक्टर में करोड़ों का डीजल डलवाया गया..............लाख टके का सवाल ये है...कि इसके लिए पैसा कहां से आ रहा है...!!...वो कहते हैं...हमने फसल बेच के पैसे इकट्ठे किए हैं...मेरा सवाल है...अगर फसल बेच के इतने पैसे मिलते हैं...तो फिर किसान कर्ज़े में क्यों डूबा है...!!...टैक्स क्यों नहीं देता...!!...सब्सिडी क्यों लेता है..!!..............सरकारी एजेंसियां कह रही हैं...पैसा बाहर से आ रहा है...शाहीनबाग याद है...!!...वहां भी यही सब हो रहा था...वहां भी सरकारी एजेंसियों ने यही कहा था...पैसा बाहर से आ रहा है...

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✊...आईए...आपको 2014 चुनाव में #मोदीजी की कही एक बात याद दिलाता हूँ..."हम विदेशों से कालाधन वापस लाएंगे..."...कैसे लाओगे...!!...किसी ने नहीं पूछा...लेकिन मोदी को पता था कैसे लाएंगे...7 साल हो गए...आया कालाधन...आप कहेंगे नहीं...मैं कहूंगा आया है...कैसे...!!...जवाब है...इन आंदोलनों के जरिए...

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✊...पैसा बाहर से आ रहा है...कहां से आ रहा है...किसका पैसा है...कौन ला रहा है...क्या ये बात सरकार को नहीं पता...!!...सब पता है...तो सरकार कार्रवाई क्यों नहीं करती...!!...क्यों करे...पैसा देश मे ही तो आ रहा है...यही तो वो कालाधन है जो लाना था...जिसको देश मे लाने के सारे रास्ते बंद थे...तो नए रास्ते बनाओ...जो गड्ढा वो मोदी केलिए खोद रहे हैं...मोदी उसी गड्ढे में उनको दफन कर रहे हैं...सबको पता है इन सारे आन्दोलनों के पीछे कांग्रेस की फंडिंग है...मोदी ने देश का सारा कालाधन नोटबन्दी...GST और अलग अलग कानूनों के जरिए खत्म कर दिया...विदेशी कालेधन को देश मे लाने के लिए उन्ही की लाठी को उन्ही के खिलाफ इस्तेमाल किया...

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✊....बाहर से पैसा आ रहा है...उन पैसों से काजू-बादाम-किशमिश-पनीर-मुर्गा-दारू-झंडे-बैनर-डीज़ल और तरह तरह की अय्याशी पर खर्च हो रहा है...ये चीजें देश मे से ही खरीदी जा रही हैं...देश के लोग ही बैठकर खा रहे हैं...दिहाड़ी भी ले रहे हैं...

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🚫....कोरोना काल के लोकडाउन... और उसके बाद ये आंदोलन...ईमानदारी से दिल पर हाथ रख के सोचिए...आपको कोई दिक्कत हुई...!!...कोई चीज़ महंगी हुई..!!...किसी चीज़ की कमी हुई...!!...नहीं ना...!!..8 महीने हो गए कृषिकानून लागू हुए...2 महीने से आंदोलन चल रहा है...जब आंदोलन शुरू हुआ था...आलू 60/-...प्याज़ 100/-...टमाटर 60/-...मटर 100/-...गोभी 80/- किलो थी...आंदोलन के बाद आज आलू 10/-...प्याज़ 30/-...मटर 20/-...गोभी 10/-...टमाटर 20/- किलो मिल रहा है...अगर ये किसानों का आंदोलन होता तो क्या ये सम्भव था...!!...किसी कीमत पर नहीं...और तो और...इसी समय मे मोदी ने लगातार 10 महीने तक देश के 80 करोड़ लोगों को मुफ्त का राशन बांटा है...

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🤨....कुछ लोग कह रहे हैं...आज जो हुआ वो सरकार की कमजोरी है...तिरंगें का अपमान है...बिल्कुल नहीं...सरकार ने पूरी संयम से इसे हैंडल किया...कालाधन भी आया...आंदोलन भी चला...कोई गोली नहीं चली...सरकार ने अपनी तरफ से शिकायत का कोई मौका नहीं दिया...और जिन्होंने कभी तिरंगे का सम्मान नहीं किया...वो अपमान कर ही नहीं सकते...उनके कुछ करने से ना देश का अपमान होता है...ना तिरंगे का...जो ऐसा सोचते हैं...वो देश के करोड़ों देशभक्तों का...अपने जवानों का अपमान कर रहे हैं...तिरंगा कोई ऐसी चीज नहीं है जिसका कोई अपमान कर सके...130 करोड़ देशवासियों की भावनाओं से लहराता है हमारा तिरंगा...चंद मुट्ठीभर गद्दार...जिन्होंने कभी तिरंगे का सम्मान ही नहीं किया...वो अपमान कैसे कर सकते हैं...

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🚨....बाकि...ऐसे आंदोलन अभी और होंगे...और अगर आप सोंच रहे हैं कि मोदी एकदम हाथ मे AK47 लेके इन आंदोलनों को खत्म कर देंगे...तो अपनी सोंच बदलिए...मोदी पेड़ को काटने में नहीं...जड़ से उखाड़ने में यकीन रखते हैं.........कब तक आएगा बाहर से पैसा...कोई कुबेर का खजाना थोड़े है...कभी तो खत्म होगा...और यही पैसा तो वापस लाना है...आने दीजिए....

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✊....वन्देमातरम.......🙏🚩

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