Ad Code

Ticker

Somvati Aamavashya Pujan Vishesh Fal सौमि आमावस्या पूजन

 सोमवती अमावस्या आज इस दिन क्या करें और क्या नहीं करें?


 वर्ष 2021 मै 13 अप्रैल 2021 को साल का पहला स्नान है।  सौमी आमावस्या के दिन भगवान का नाम जाप करते रहना चाहिए और व्यसन आदि खराब आदते छोड़ देनी चाहिए। स्नान, दान-पुण्य और दीपदान करने का अपना महत्व है।साथ ही अश्वत्थ-वृक्ष की 108 बार परिक्रमा के साथ दानपुण्यादि का उल्लेख है। शनि-कोप के उपशमन के लिए पीपल की पूजा बताई गई है। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस को दिन को गंगा स्नान करना शुभ होता है। संभव न हो तो घर पर ही स्नान के जल में गंगा जल डालकर नहा लिया जा सकता हैं। मान्यता है कि सोमवती अमावस्या पर इन  कामों को करने से आपके जीवन में सुख-सौभाग्य की बरसात होगी, जीवन मै सफलता यश की प्राप्ति होती है,  कुछ काम ऐसे है जिन्हें करने से कष्ट और परेशानियां होती है,

ब्रह्म मुहूर्त मै स्नान सूर्योदय से पूर्व स्नान 

Somi-Aamavashya-Pujan


दिन मै गंगा नदी के जल से स्नान करना बहुत शुभ फल प्रदान करने वाला बताया गया है। सूर्योदय से पूर्व ही स्नान कर लेना उचित होता है। इस दिन पर विधिवत स्न्नान करने से भगवान श्री विष्णु की कृपा हमेशा बनी रहती है। यदि गंगा जल को बोतल मै भर कर रखे हुए है तो थोड़ा सा पानी मै मिला कर नहा लिया जा सकता है,  । लोक प्रचलित मान्यता है दिन मै विधिवत स्नान करने से पितरों की आत्मा को परम शांति मिलती है।


उगते हुए सूर्य को जल अर्घ्य  सूर्य नमस्कार


पदमपुराण के अनुसार पूजा, तपस्या, यज्ञ आदि से भी भगवान अधिक प्रसन्न होते है, यदि आप नित्य प्रतिदिन स्नान करके सूर्य को जल अर्पित करते है, तो नारायण की कृपा प्राप्त होती है, जन्मो के पाप कट जाते है,  इसलिए सूर्य जल अर्पण नित्य दिन करे, 


सोमवती अमावस्या पर करें पूर्वजों की आराधना

पीपल की पूजा पीपल मै मौली लपेटना अमावस्या के दिन पीपल के वृक्ष में पितरों के आत्मा निवास करते है। पीपल और भगवान विष्णु का पूजन अवश्य करे, जल मै दूध मिलाकर डालने से माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होते है, पूजा करके वृक्ष का परिक्रमा करते हुए जीवन के सभी समस्या खतम हो जाने की प्राथना करते रहना चाहिए,


दान-पुण्य करना है लाभकारी।

इस दिन आनाज, फल और तेल आदि के समान का दान करने से पुण्य प्राप्त होता है। गरीब तथा ब्राह्मणों को भोजन करवाना चाहिए साथ ही उन्हें वस्त्र दान करने चाहिए। स्नान- दान आदि अवश्य करे।


इस दिन क्या न करें?

आज के दिन नहाते समय और नहाने से पहले तक कुछ न बोलें,  हो सके तो आज के दिन कुछ समय के लिए मौन धारण अवश्य करें। इस दिन तामसिक भोग्य पदार्थ जैसे मांस, मदिरा, अंडा, प्याज, लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए, घर में लड़ाई-झगड़ा नहीं करें। झगड़े और विवादों से बचना चाहिए। 

हरि ॐ

झूठ या असत्य वचन नहीं कहना चाहिए और किसी को भी अपशब्द नहीं बोलना चाहिए और शरीर मै तेल ना लगाए,  इस दिन को संयम रख कर ब्रह्मचर्य धारण करना चाहिए।

vishnu puran,

Post a Comment

0 Comments