भारतीय धार्मिक ग्रंथों साहितयों में वर्णित ऋषि मनीषियों का वैज्ञानिक आविष्कार और सिद्धांत। हिन्दू सनातन धर्म वैज्ञानिक धर्म क्यों कहा जाता है।
हिन्दू धर्म की शिक्षाएं।
हमारे प्राचीन ऋषि मुनियों ने ग्रंथों से ज्ञान वान विचार बताए हुए है बस फर्क इतना है कि आज का विज्ञान जो खोज रहा है उसे अपना आविष्कार बता रहा है और उस पर किसी पश्चिमी देशों के वैज्ञानिक का लेबल लगा रहा है, हालांकि इतिहास सिद्ध है कि भारत का विज्ञान और धर्म अरब के रास्ते यूनान गए और यूनान ने जो आविष्कार किए और जो सिद्धांत बनाए आधुनिक विज्ञान को मदद मिली और तमाम पश्चिमी आविष्कार तो ऐसे हैं जो पूर्ण रूप से भारतीय विचारों से ही चोरी किए गए उनके आविष्कारों के बारे में बताने वाले को पश्चिमी वैज्ञानिकों ने अपना आविष्कार बताया और इसको पेटेंट किया, कुछ सिद्धांतो के बारे में बताने जा रहा हूं।
१, हिंदू सनातन धर्म मैं परमाणु Atomic सिद्धांत,
परमाणु बम के बारे में आप सभी जानते हैं या कितना खतरनाक सभी जानते हैं कि J roubert जे रॉबर्ट ओपेनहाइमर हालांकि परमाणु सिद्धांत और अस्त्र के जनक jone Dalton जॉन डाल्टन को माना जाता है लेकिन उससे भी 25 वर्ष पहले ऋषि कणाद ने वेदों में लिखे सूत्रों के आधार पर परमाणु सिद्धांत का प्रतिपादन किया था भारतीय इतिहास में ऋषि कणाद को परमाणु atom शास्त्र का जनक माना जाता है आचार्य कणाद ने बताया कि सबसे छोटे कण जो आंख से दिखाई न देते है atom परमाणु होते हैं,
२, सनातन हिंदू धर्म ग्रंथ मैं charted plen का सिद्धांत,
ऋषि भारद्वाज राइट बंधुओं से 25०० वर्ष पूर्व विमान की खोज भरद्वाज ने कर ली थी विमान बनाने के सिद्धांत पहले से ही मौजूद थे उनका उल्लेख इस बात का प्रमाण है, विमान शास्त्र में यात्री विमानों के अलावा लड़ाकू विमान और स्पेस शटल यान का भी उल्लेख मिलता है उन्होंने एक planet ग्रह से दूसरे प्लैनेट पर उड़ान करने वाले विमानों के बारे में भी विस्तार से लिखा है!
३, हिंदू धर्म में Paithagoras का सिद्धांत,
सुलभ सूत्र तथा स्रोत सूत्र के रचयिता हैं पाइथागोरस के सिद्धांत से पूरी के सूत्र थे लेकिन आज विश्व में यूनानी शास्त्री पायथागोरस सिद्धांत के महत्वपूर्ण नियमों की खोज की थी उस समय भारत में रेखा गणित जमतिया त्रिकोणमिति को शुरू शास्त्र कहा जाता था इसके आधार पर विभिन्न प्रकार की झांकियां बनाई जाती थी समकोण समभुज कृतिका उसके क्षेत्रफल के व्रत में परिवर्तन करना इस प्रकार के अनेक कठिन प्रश्नों को
४, हिंदू सनातन धर्म मैं Math का सिद्धांत,
भास्कराचार्य पर प्राचीन भारत के 2 प्रसिद्ध गणितज्ञ भास्कराचार्य द्वारा लिखित ग्रंथों का अनुवाद अनेक विदेशी भाषाओं में किया जा चुका है, उन्होंने अपने दूसरे ग्रंथ सिद्धांत शिरोमणि मैं इसका उल्लेख किया है कि नियम के संबंध में उन्होंने लिखा है कि अपने आकाश का पदार्थ से अपनी ओर खींच लेती है इस कारण आकाश का पदार्थ पृथ्वी पर गिरता है प्राचार्य द्वारा गणित लीलावती में गणित और खगोल विज्ञान संबंधी विषयों पर प्रकाश डाला गया है 1165 इसमें उन्होंने करण कुतूहल नामक ग्रंथ की रचना की या पहला लिखित प्रमाण था जबकि लोगों को आकर्षण चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण की जानकारी दें ईसा पूर्व दूसरी शताब्दी में चर्चा में थे पतंजलि के लिखे हुए तीन प्रमुख ग्रंथ मिलते हैं!
५, bhasha का सिद्धांत,
योगसूत्र पाणिनीय अष्टाध्याई पर भाषा और आयुर्वेद पर ग्रंथि को भारत का मनोवैज्ञानिक और चिकित्सक कहा जाता है पतंजलि ने योग शास्त्र को और मनोविज्ञान से जुड़ा पतंजलि संभवत पुष्यमित्र शुंग के शासनकाल में थे अब आते हैं!
६, aayurveda chikitsa का सिद्धांत,
आचार्य चरक पर अथर्ववेद में आयुर्वेद के कई सूत्र मिल जाएंगे धनवंतरी चरक एवं विश्व को पेड़ पौधों और वनस्पतियों पर आधारित अनेकों सिद्धांत दिए हैं!
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