india azerbaijan relations, Is Azerbaijan friend of India? भारत-अजरबैजान सम्बंध अज़रबैजान में भारतीय आबादी अज़रबैजान का इतिहास, भारत और अजरबैजान के सम्बंध वर्षों पुराने हैं और ऐतिहासिक सम्बंधों में एक दूसरे के परम्पराओं के साझेदार हैं। बाकू के परिदृश्य में अजरबैजान का अग्नि मंदिर आन्दोलन इसका सर्वोत्म उदाहरण है।
देवनागरी और गुरुमुखी के साथ दिवारों पर की गयी खुदाई दोनों देशों के बीच प्राचीन सम्बंधों की झलक मध्यकालीन आन्दोलन के रूप में एक ज्वलंत साक्ष्य प्रस्तुत करती है। भारत के साथ व्यापार सम्बद्धता ने भारतीय व्यापारियों को रेशम मार्ग से नये सम्पर्को के लिए यूरोप की ओर जाने का मार्ग प्रशस्त किया था। अभी हाल कीभारतीय संगीत को अजरबैजान में बढ़ावा दिया था। सुप्रसिद्ध गायक एल्मीरा रहीमोवा ने 1950 के दशक के अंतिम दो वर्षों की अवधि में भारत में रहकर भारतीय संगीत और नृत्य का अध्ययन किया था।
राजनयिक सम्बंध भारत-अजरबैजान सम्बंध अज़रबैजान में भारतीय आबादी अज़रबैजान का इतिहास, Is Azerbaijan friend of India?
सम्बंधों की स्थापना के 20वीं वर्षगाँठ के रूप में मनाया जायेगा। गत वर्ष आयोजित विदेश कार्यालय परामर्श बैठक में किये गये विचार विमर्शों के अनुसार दोनों सरकारों ने इस समारोह समारोह को मनाने के कुछ तरीकों पर प्रस्ताव रखा है जिससे इस प्रक्रिया में द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक ताकत मिल सके।
द्विपक्षीय यात्रायें Bilateral,
प्रतिनिधि मण्डल जिसमें पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय तथा तेल एवं गैस उद्योग बाकू में आयोजित 12वें कैस्पियन अंतर्राष्ट्रीय तेल एवं गैस सम्मेलन में अधिवेशन के प्रथम निमंत्रण पर "सभ्यताओं के बीच संवाद" पर आयोजित सम्मेलन में भाग लेने के लिए गये मंत्रालयों/विभागों/सार्वजनिक उपक्रमों के उच्च स्तरीय प्रतिनिधि मण्डलों को साथ लेकर व्यापार आर्थिक एवं प्रौद्योगिकी सहयोग के लिए भारत और अजरबैजान के बीच अन्तर्शासकीय संयुक्त आयोग के गठन हेतु बाकू की यात्रा पर गये थे। निवर्तमान न्यायमूर्ति बी सी पटेल सदस्य राष्ट्रीय मानवधिकार आयोग के नेतृत्व में एक तीन महिला आयोग और श्रीमती दीपा दीक्षित सदस्य राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग आदि आयोजित एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए गया था।
ले. जन. (सेवानिवृत्त) सदस्य यू पी एस सी अजरबैजान के द्वारा प्रशासनिक सेवा में लक्षित नियुक्ति की पर 24-25 जून को आयोजित गोष्ठी में भाग लेने गये थे। विदेश कार्यालय परामर्श (एफ ओ सी) के उप विदेश मंत्री तथा सचिव (पूर्व) विदेश मंत्रालय स्तरीय तृतीय सत्र का आयोजन अजय माकन के नेतृत्व में एक युवा प्रतिनिधि मण्डल अजरबैजान की यात्रा पर प्रथम सिब्बल के नेतृत्व में एक प्रतिनधि मण्डल इण्टरनेट शासन मंच (आई जी एफ) में भाग लेने अंतर्शासकीय संयुक्त आयोग (आई जी सी) की प्रथम बैठक का आयोजन नई दिल्ली में 26 प्रौद्योगिकी सहयोग पर गठित अंतर्शासकीय आयोग की द्वितीय बैठक का आयोजन भारतीय पक्ष से वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री श्री ज्योतिआदित्य एम सिंधया तथा अजरबैजानी पक्ष से वहां के पारस्थितिकी एवं प्राकृतिक संसाधन मंत्री श्री हुसैनगुलू बाघीरेन कीभारतीय उद्योग महासंघ का एक व्यवसायिक प्रतिनिधि मण्डल बाकू की यात्रा पर 19 से 22 गया था
द्विपक्षीय समझौते भारत-अजरबैजान सम्बंध अज़रबैजान में भारतीय आबादी अज़रबैजान का इतिहास
दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच सहयोग पर प्रोटोकॉल तथा आर्थिक एवं तकनीकी किये गये थे। दीवानी एवं वाणिज्यिक विषयों में पारस्परिक कानूनी सहायता संधि के समझौते थे। भारत और अजरबैजान के विदेश मंत्रालयों के बीच सहयोग के प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर क्षेत्र की सहायता पर राजनयिक आधिकारियों एवं सरकारी पारपत्र धारकों के लिए वीजा से आदि के समझौते पर वार्ता चल रही है।
व्यापार एवं वाणिज्य trade and commerce,
भारत के साथ अजरबैजान का व्यापार हाल के वर्षों में लगातार बढ़ रहा है पर्याप्त मात्रा में भारतीय मालों एवं उत्पादों का व्यापार यू ए ई और तृतीय देशों के माध्यम से किया जा रहा है जो भारत-अजरबैजान व्यापार ऑकड़ों में नहीं दर्शाया जाता है। भारत का औषध उत्पाद क्षेत्र अजरबैजान में अत्यधिक लोकप्रिय है और अनेकों भारतीय कम्पनियों का प्रतिनिधित्व या तो स्वयं के प्रतिनिधि कार्यालय के माध्यम से अथवा स्थानीय वितरकों के माध्यम से अजरबैजान में विद्यमान है। अन्य महत्वपूर्ण वस्तुएं जो भारत से प्रत्यक्ष अथवा हैं। अजरबैजान द्वारा भारत को किया जा रहा प्रधान निर्यात कच्चे तेल का है। कुछ वाहन निर्माता और मोबाइल टेलीफोन हैण्डसेट के उत्पादक कंपनियों ने अजरबैजान में 2010 में प्रवेश किया था और 2011 में आगे बढ़े हैं।
अजरबैजान से भारत का प्राथमिक आयात कच्चे तेल का है। भारतीय तेल शोधक कंपनियों ने विगत कुछ वर्षों में अजरबैजान से लगभग 2 मिलियन टन तेल का आयात किया है। कुल व्यापार में पर्याप्त उछाल 2005 में लगभग 50 मिलियन अमरीकी डॉलर से 2006 में 157 मिलियन अमरीकी डॉलर और 2007 में 214 मिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंच गया था। द्विपक्षीय व्यापार में इस छलांग छलांग का संयोग से भूमध्य सागरीय बंदरगाह तक के लिए बाकू-तिबलिसी-सीहान (बी टी सी) तेल पाइप लाइन के खुलने के साथ हुआ है जहां से भारतीय तेल कंपनियां पर्याप्त गिरावट आयी थी बाक्साइट की लदान शुरू हो गयी थी और छोटी कारों तथा मोबाइल फोनों फोनों के हैण्ड सेटों जैसे कुछ नये उत्पादों ने देश में प्रथम बार प्रवेश किया था। भारत का शोधकों तथा अजरबैजान द्वारा बाक्साइट के लदान में की गयी वृद्धी थी । नई दिल्ली में ओ एन जी सी विदेश (ओ वी एल) के प्रबंध निदेशक श्री डी के सर्राफ बाकू की यात्रा पर
अजरबैजानी सरकार के साथ अजरबैजान के तेल क्षेत्रों एवं पाइपलाइनों की 1 बिलियन अ. डॉलर की परिसम्पत्तियों को क्रय करने के लिए एक समझौते में प्रवेश किया है। ओ एन जी सी विदेश लि. (ओ वी एल) ने अजेरी-चिराग-गुनारली तेल क्षेत्र की विकास परियोजना के (2.72%) और बाकू-ट'बिलसी - सायहान के (2.36%) शेयरों का अर्जन संयुक्त राज्य अमेरिका की कम्पनी 'हेस' से किया है। ओ एन जी सी विदेश लि. (ओ वी एल) ने अपना एक कार्यालय बाकू में खोला है।
अजरबैजान का 155 देशों के साथ हुए व्यापार का कुल आवर्त 33.6 बिलियन अ. डॉलर की राशि का था। निर्यात 23.9 बिलियन अ. डॉलर की राशि का था जबकि आयात 9.7 बिलियन देश का ऋण सकल घरेलू उत्पाद 7% है। जनसंख्या की आय 13.8% बढी है। सकल घरेलू उत्पाद प्रत व्यक्ति 7490 अ. डॉलर था। बेरोजगारी एवं गरीबी दरों में क्रमशः 6% मिलियन अ. डॉलर का निवेश किया था और स्वदेश में 10.3 बिलियन अ. डॉलर का विदेशी वृद्धि हुई थी। प्रतिशत बढ़ा था जिसके साथ ही गैर तेल क्षेत्र 11.3 प्रतिशत बढ़ा था जो विश्व अर्थ प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। अजरबैजान का एक औसत विनिमय दर लगातार ए जेड एन 0.78 भण्डार वर्तमान में 44 मिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंच गया है जबकि देश का विदेशी ऋण छ:माही में 14.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।
कृषि उत्पाद 10.4 प्रतिशत बढ़ा था इसके साथ ही तेल उत्पादन में कमी के कारण औद्योगिक क्षेत्र में 3 प्रतिशत की गिरावट आयी थी। भारतीय साफ्टवेयर विकास कम्पनियों को अजरबैजानी बैंकों और बीमा कम्पनियों का अनुबंध प्राप्त हुआ है। कुछ अभियांत्रिकी क्षेत्र की परामर्शदात्री कम्पनियों ने सीमेंट और ऊर्जा ऊर्जा क्षेत्रों की परियोजनाओं का अनुबंध प्राप्त किया है। भारतीय कम्पनियों ने ऊर्जा क्षेत्र की की एक ढाँचागत परियोजना के लिए लगाई गयी बोली में सफलता प्राप्त की है। यद्यपि बी एच ई एल ने पिछले दशक के प्रारम्भ में ही एक उर्जा संयंत्र पुनर्वास योजना को सफलतापूर्वक अपने हाथ में लिया था।
भारत-अजरबैजान सम्बंध अज़रबैजान में भारतीय आबादी अज़रबैजान का इतिहास, India-Azerbaijan Relations: Indian population in Azerbaijan History of Azerbaijan,
उत्पाद 4% तक घटा था। मुद्रास्फीति दर 1.4% थी। अजरबैजान का 132 देशों के साथ विदेश व्यापार 11.567 मिलियन अ. डॉलर का था। निर्यात : 8.419 मिलियन अ. डॉलर और और आयात :3.148 मिलियन अ. डॉलर का था। मिलियन अ. डॉलर) था। देश का विदेशी मुद्रा भण्डार वर्तमान में 46 बिलियन अ. डॉलर है। एक औसत विनिमय दर: ए जेड एन 0.78 - 1 अ. डॉलर बना हुआ है। कृषि उत्पाद 4.8% विदेशों में 4 बिलियन अ. डॉलर का निवेश किया है और 1.4 बिलियन अ. डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्राप्त किया है। अजरबैजान के पास लगभग 2.55 बिलियन घन मीटर एवं बीमा कम्पनियों द्वारा कुछ अनुबंध प्रदान किया था। कुछ अभियांत्रिकी परामर्शी कम्पनियों को क्रमशः सीमेंट एवं ऊर्जा क्षेत्र की परियोजनायें प्राप्त हुई थीं। ऊर्जा क्षेत्र की कार्य सफलता पूर्वक संचालित किया था।
सांस्कृतिक संबंध Cultural relations,
दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंध बहुत गहरे है। विश्व प्रसिद्ध अजरबैजानी कवि निजामी गांजवी का सुप्रसिद्ध अमीर खुसरों जैसे भारतीय कवियों पर गहरा छाप है। स्व0 स्व0 रशिद बेहबुदोव उच्च स्वर के सुप्रसिद्ध गायक और लोकप्रिय सिनेमा कलाकार जिन्होंने जिन्होंने लोकप्रिय अजेरी गीतों को यूरोपीय सांस्कृतिक परम्परा में गाना शुरु कर दिया था वे स्व0 राज कपूर के घनिष्ठ मित्र थे। बेहबुदोव इल्मीरा रहीमोवा तथा अन्य कलाकारों का भारतीय संगीत एवं गायन को इस देश में लोकप्रियता प्रदान करने में महत्वपूर्ण योगदान था।
भारतीय सिनेमा के प्रेमियों की बड़ी संख्या लगातार बनी हुई है और अजेरी भाषा के टेलीविजन अक्सर हिन्दी फिल्मों को दिखाते हैं जिसमें वालीवुड की नई फिल्में और राज कपूर कपूर और अमिताभ बच्चन की पुरानी फिल्में आदि सम्मिलित होती हैं। मिथुन चक्रवर्ती और और हेमा मालिनी भी अजरबैजान में अत्यधिक लोकप्रिय हैं। एक अजरबैजानी छात्र वर्तमान में पुणे के एफ टी टी आई पाठ्यक्रमों में पंजीकृत है। हिन्दुस्तानी राग की सुप्रसिद्ध गायिका सुश्री इंद्राणी मुखर्जी को बाकू के द्वितीय अंतर्राष्ट्रीय मुघम पर्व में भाग लेने के लिए समारोह में दो शानदार प्रदर्शन प्रस्तुत किये थे। गुरुदेव रविन्द्र नाथ टैगोर की 150वीं जयंती स्थापित एक साहित्यिक संस्थान द्वारा आयोजित वैज्ञानिक गोष्ठी के माध्यम से मनाया गया था।
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शांति निकेतन के विश्व भारती विश्वविद्यालय के एक टैगोर अध्येयता प्रो0 अभिजीत सेन ने इस समारोह में भाग लिया था। भारतीय विद्वान ने अजरबैजान भाषा विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों और छात्रों के साथ अंतक्रिया-कलाप भी किया था। भारतीय संस्कृति संबंध परिषद ने सुप्रसिद्ध सरोद वादक श्री अमान अली एवं श्री अयान अली खान किया गया था। अजरबैजान भाषा विश्वविद्यालय (ए यू एल) में एक हिन्दी शिक्षण अनुभाग आचार्य की प्रतिनियुक्ति आई सी सी आर के प्रायोजन के माध्यम से "हिन्दी केन्द्र" में किया गया है। प्रथम बार 17 अजरबैजानी छात्र वैकल्पिक विषय के रूप में हिन्दी का के लिए विशेष पाठ्यक्रम में पंजीकृत है। अपने वापसी पर प्रथम छात्र को ए यू एल द्वारा एक हिन्दी भाषा के अध्यापक के रूप में नियुक्त कर लिया गया था। राजदूतावास ने सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए नई दिल्ली के संस्कृति मंत्रालय द्वारा आवंटित कोष से बीच एक सशक्त सांस्कृतिक कड़ी में सूफी मत के संदर्भ में भारत-ईरान सांस्कृतिक विरासत विरासत पर गुवाहाटी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय गोष्ठी में भाग लेने के लिए प्रायोजित किया था। निज़ामी गंजियावी की 870वीं जयंती समारोह के आयोजन इस वर्ष अजरबैजान और भारत में किये गये थे। भारत-अजरबैजान सम्बंध अज़रबैजान में भारतीय आबादी अज़रबैजान का इतिहास
वर्तमान में मंत्रालय ने अपने तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग (आई टी ई सी) के अंतर्गत वर्ष 2012-13 की अवधि के लिए 10 स्लाटों का आवंटन किया है। भारत सरकार का फ्रैंकफर्ट में आयोजित 11वें अजरबैजानी अंतर्राष्ट्रीय यात्रा एवं पर्यटन मेंले (ए आई एफ टी) में दूसरी बार भाग लिया था। 'अतुल्य भारत' मण्डप का उद्घाटन माननीय अजरबैजानी संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री द्वारा किया गया था।
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